सेबी प्रमुख माधबी पुरी बुच मुंबई में सेबी भवन में। | फोटो साभार: पीटीआई
अपनी पहली टिप्पणी में निम्नलिखित बातें कही गयीं एक नई रिपोर्ट अमेरिका स्थित लघु विक्रेता द्वारा हिंडेनबर्ग रिसर्चपूंजी बाजार नियामक सेबी ने रविवार (11 अगस्त 2024) को कहा कि उसने अडानी समूह के खिलाफ सभी आरोपों की जांच कर ली है।
नियामक ने एक बयान में कहा कि अध्यक्ष माधबी बुच ने समय-समय पर प्रासंगिक खुलासे किए तथा संभावित हितों के टकराव वाले मामलों से खुद को अलग रखा।
नियामक ने यह भी कहा कि उसने अडानी के खिलाफ हिंडनबर्ग द्वारा लगाए गए आरोपों की विधिवत जांच की है, और कहा कि उसकी 26 जांचों में से अंतिम जांच अब पूरी होने वाली है।
इससे पहले सुश्री बुच और उनके पति धवल बुच ने आरोपों को निराधार बतायाउन्होंने यह भी कहा कि शॉर्ट-सेलर पूंजी बाजार नियामक की विश्वसनीयता पर हमला कर रहा है और अध्यक्ष के चरित्र हनन का भी प्रयास कर रहा है।
हिंडनबर्ग रिसर्च ने आरोप लगाया उन्हें संदेह है कि अडानी समूह के खिलाफ कार्रवाई करने में सेबी की अनिच्छा का कारण यह हो सकता है कि सुश्री माधबी बुच की अडानी समूह से जुड़े ऑफशोर फंडों में हिस्सेदारी थी।